डिजिटल दर्शन.
डिजिटल दर्शन कोड्सजेस्चर की एक अनूठी पहल है, जिसकी शुरुआत 2022 में गोरखपुर से हुई। यह एक ऐसा डिजिटल मंच (Digital Platform) है जो गोरखपुर शहर की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को दुनिया भर तक पहुँचाने का कार्य करता है।
आज के डिजिटल युग में जहाँ लोग दूर-दराज़ रहकर भी जुड़े रहना चाहते हैं, वहीं डिजिटल दर्शन ने प्रवासी गोरखपुरवासियों और भक्तजनों को उनके शहर और उनके त्योहारों से जोड़े रखने का संकल्प लिया है।
उद्देश्य.
गोरखपुर शहर में हो रहे प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों को डिजिटली संजोना।
दूर रह रहे लोगों को अपने शहर की त्योहारों की रौनक और भक्ति की झलकियाँ उपलब्ध कराना।
गोरखपुर की संस्कृति और आस्था को वैश्विक मंच तक पहुँचाना।
डिजिटल दर्शन कैसे काम करता है?.
गोरखपुर के त्योहारों और पंडालों की तस्वीरें व वीडियो इस पोर्टल पर साझा किए जाते हैं।
कुछ फोटो-वीडियो हमारी टीम कैप्चर करती है, लेकिन अधिकतर योगदान भक्तजनों का होता है।
हर भेजी गई तस्वीर को स्थान और योगदानकर्ता के नाम के साथ प्रकाशित किया जाता है।
यूज़र इसे कभी भी, कहीं से भी वेबसाइट और सोशल मीडिया पर देख सकते हैं।
डिजिटल दर्शन पर क्या मिलेगा?.
दुर्गा पूजा – दुर्गावाणी और रेलवे स्टेशन के भव्य पंडाल।
दशहरा – रामलीला और रावण दहन की झलकियाँ।
खिचड़ी मेला – गोरखनाथ मंदिर का प्रसिद्ध मेला।
छठ पूजा – पवित्र घाटों की तस्वीरें और भक्ति का माहौल।
दीपावली और लक्ष्मी पूजा – जगमगाती रोशनी और भक्ति भाव।
होली – रंगों और उमंग का त्योहार।
आपकी भूमिका – हमारा सहयोग.
डिजिटल दर्शन की सबसे बड़ी ताक़त है गोरखपुर के लोग।
अगर आपके आस-पास कोई पंडाल या आयोजन हो रहा है, तो उसकी तस्वीर हमें भेजें।
आपकी तस्वीर आपके नाम के साथ वेबसाइट और सोशल मीडिया पर प्रकाशित होगी।
इस तरह आप भी इस डिजिटल मुहिम का हिस्सा बनकर लाखों लोगों को माता के दर्शन करा सकते हैं।
डिजिटल दर्शन क्यों खास है?.
फेसबुक और व्हाट्सऐप पर तस्वीरें बिखरी हुई रहती हैं, लेकिन डिजिटल दर्शन एक संगठित मंच है।
यह न केवल त्योहारों को डिजिटली संजोता है बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए सांस्कृतिक विरासत भी संरक्षित करता है।
गोरखपुर से बाहर रह रहे लोग भी अब घर बैठे त्योहारों की पवित्रता और रौनक महसूस कर सकते हैं।